अमरा राजा को बंद करने के आदेश- फैक्ट्री के आसपास गाँव वालों के रक्त मे लैड की अत्यधिक मात्रा मिली

अमरा राजा के चित्तूर जिले मे करकम्बादी व नूनेगुन्डलापल्ली गाँव स्थित बैटरी प्लांट को आंध्र प्रदेश पलूशन कंट्रोल बोर्ड ने शनिवार को बंद करने के आदेश जारी कर दिए। नोटिस मे कारण बताया गया की दोनों प्लांट के आसपासस के ग्रामीणों के रक्त मे लैड की मात्र सामान्य से 35% अधिक पाई गई।

अमरा राजा को बंद करने के आदेश-         फैक्ट्री के आसपास गाँव वालों के रक्त मे लैड की अत्यधिक मात्रा  मिली

रक्त मे 5 µg/dL (माइक्रोग्राम प्रति डेसीलिटर) से कम लैड का उपस्थिति वयस्कों के लिए सामान्य मानी जाती है। यहाँ आसपास के गाँव निवासियों मे लैड विषाक्तता के कई लक्षण सामने आने लगे थे जैसे भूख काम लगना, पेट मे दर्द, सिर मे दर्द बने रहना थकान आदि ।

आंध्र प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अमरा राजा की इन इकाइयों की बिजली काटने के आदेश भी जारी कर दिए हैं।

अमरा राजा के इन प्लांट मे वी र ल ए, ऑटमोटिव बैटरी, टू व्हीलर व यूपीएस जैसी छोटी बैटरी व ट्यूबलर बैटरी बन रही थी।

प्लांट के बंदी आदेश के बाद अमरा राजा की और से कहा गया की प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश मे बताई गई कमियों को ठीक करेंगे।  यूनिट बंद करने का आदेश पर अमरा राजा की और से जारी प्रेस नोट मे कहा गया की प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को साथ ले कर उन सभी कमियों को ठीक करेंगे और बाजार मे किसी भी उत्पाद की कमी नहीं होने दी जाएगी। कोविद महामारी के रूप में एक राष्ट्रीय आपातकाल के समय, इस तरह के आदेश से  अव्यवस्था विपत्तिपूर्ण हो सकती है।

अमरा राजा रक्षा, अस्पतालों और दूरसंचार जैसे कई आवश्यक सेवा क्षेत्रों को बैटरीयों की आपूर्ति करता है। एआरबीएल के प्रबंधन ने कहा है कि वे इन क्षेत्रों मे भी आपूर्ति में अव्यवस्था से बचने के लिए तुरंत सभी आवश्यक कदम उठायेंगे।

लैड विषाक्तता (Lead poisoning) के दुष्प्रभाव :

डाक्टरों के अनुसार लैड एक विषाक्त धातु है यदि इसे निगल लिया जाए या इंजेक्शन द्वारा शरीर में डाला जाए तो यह शरीर के अंगों, विशेषकर मस्तिष्क को क्षति पहुंचा सकता है

 लैड विषाक्तता के लक्षण निम्न हैं: 

  • भूख कम लगना
  • पेट में दर्द
  • थकान
  • सिर दर्द
  • वजन घटना
  • भटकाव (ध्यान देने में कठिनाई)
  • व्यवहार संबंधी समस्या जैसे याददाश्त कम होना मिर्गी और कोमा (अत्यधिक संपर्क के मामलों में)

 जिन बच्चों में निम्न लक्षण दिखाई देते हैं उनमें भी लेड की विषाक्तता की जांच की जा सकती है: 

  • सुनाई न देना
  • बोलने से संबंधित समस्याएं
  • विकास में देरी समझने में तकलीफ
  • सोने में समस्या
  • एनीमिया
  • ध्यान की कमी